THE 2-MINUTE RULE FOR पारद शिवलिंग कहा मिलता है

The 2-Minute Rule for पारद शिवलिंग कहा मिलता है

The 2-Minute Rule for पारद शिवलिंग कहा मिलता है

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कात्यायनी – क्लीं श्रीं त्रिनेत्रायै नमः।।

स्फटिक शिवलिंग; रंगहीन या सफेद खनिज (स्फटिक) से बनाया जाता है।

हिंदू धर्म में शिवलिंग भगवान शिव का सर्वोच्च प्रतीक है और उनकी पूजा का केंद्र बिंदु माना जाता है। विभिन्न प्रकार के शिवलिंग विद्यमान हैं, जिनमें पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग क्यों है खास ? घर में इनकी पूजा करने के लिए क्या है लाभऔर स्फटिक शिवलिंग का एक विशेष स्थान है। ये दोनों शिवलिंग अपनी विशिष्टताओं और लाभों के कारण पूजनीय माने जाते हैं। आइए, इस लेख में इन शिवलिंगों की महिमा, महत्व और घर में स्थापित करने के फायदों को विस्तार से जानें।

अगर घर के मंदिर में शिवलिंग की स्थापना कर रहे हैं तो ज्यादा बड़ा शिवलिंग स्थपित ना करें।

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उसके बाद आपको शिव जी की आरती करनी चाहिए और प्रसाद आदि लेना चाहिए।

पारद एक ऐसा शुद्ध पदार्थ माना गया है जो भगवान भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। इसकी महिमा केवल शिवलिंग से ही नहीं बल्कि पारद के कई और अचूक read more प्रयोगों के द्वारा भी मानी गयी है।

ब्रह्महत्या सहस्त्राणि गौहत्याया: शतानि च। तत्क्षणद्विलयं यान्ति रसलिंगस्य दर्शनात्।। 

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शिवजी के प्रिय सावन माह के कुछ ही दिन शेष हैं। इस माह में पारद शिवलिंग की विशेष पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं.

नर्मदेश्वर शिवलिंग को घर में स्थापित करने की विधि:

देवताओ ने भी हनुमानजी को पारद शिवलिंग उपहार में दिया और कहा की शिवलिंग की पूजा-अर्चना करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते है

उत्तरी पाकिस्तान में स्थित कटासराज मन्दिर में स्थापित शिवलिंग।

शिवलिंग की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बर्तन में शुद्ध जल भरकर उसमे शिवलिंग को रखे और उसका नियमित रूप से अभिषेक करना चाहिए।

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